ओबीसी समुदाय से आने वाले सांसद नायब सिंह सैनी बीजेपी ने हरियाणा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा और फिर विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच अपनी हरियाणा इकाई के संगठन में बदलाव करते हुए शुक्रवार को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंध रखने वाले पार्टी के सांसद नायब सिंह सैनी को ओम प्रकाश धनखड़ की जगह प्रदेश अध्यक्ष बनाया. पार्टी की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि धनखड़ को पार्टी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया है. धनखड़ जाट नेता हैं. कुरुक्षेत्र से पहली बार के सांसद सैनी (53) की नियुक्ति से पार्टी को ओबीसी समुदाय के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि जाटों का समर्थन बड़े पैमाने पर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के बीच बंटा हुआ है.
भाजपा पहले से ही जेजेपी के साथ गठबंधन में है. जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं. धनखड़ को जुलाई 2020 में भाजपा की हरियाणा इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया था और उन्होंने इस साल जुलाई में अपना कार्यकाल पूरा किया. राजस्थान में चुनाव प्रचार कर रहे सैनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विश्वासपात्र माना जाता है. वह पिछली खट्टर कैबिनेट में भी मंत्री थे. जब उन्होंने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा तब वह विधायक थे.
साल 2019 में, भाजपा ने हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी और पार्टी के उम्मीदवार भारी अंतर से जीते थे. मुख्यमंत्री खट्टर और राज्य इकाई के निवर्तमान प्रमुख धनखड़ ने सैनी को बधाई दी. मुख्यमंत्री खट्टर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी को हरियाणा भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने पर बहुत-बहुत बधाई. हमें विश्वास है कि संगठन उनके व्यापक राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव का लाभ उठाएगा और भारतीय जनता पार्टी आगामी सभी चुनावों में एक नया इतिहास रचेगी.
मुख्यमंत्री ने धनखड़ को भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के रूप में उनकी नई जिम्मेदारी के लिए बधाई भी दी. उन्होंने कहा, ‘आपके संगठनात्मक अनुभव से देश भर के कार्यकर्ताओं को लाभ हो. सफल कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं. सैनी की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भाजपा और उसकी सहयोगी जजपा ने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने को लेकर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है. हाल के महीनों में जजपा और भाजपा दोनों ने कहा है कि वे सभी 10 लोकसभा और 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं और संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने के बारे में कोई आश्वासन नहीं दिया है.
इस परिदृश्य में, सैनी के पास 2024 में आने वाले दो महत्वपूर्ण चुनावों से पहले अपनी पार्टी को और मजबूत करने की चुनौती है. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नए राज्य इकाई प्रमुख की नियुक्ति से कुछ समय पहले, धनखड़ से शुक्रवार को चंडीगढ़ में संवाददाताओं ने पूछा था कि राज्य इकाई प्रमुख के रूप में उनका कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो गया है और ऐसे में क्या कोई बदलाव की उम्मीद कर सकता है?
इसका जवाब देते हुए धनखड़ ने कहा था कि भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टी में बदलाव एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. इस क्रम में उन्होंने पार्टी की पंजाब और चंडीगढ़ इकाई की हालिया नियुक्तियों का जिक्र किया. हरियाणा के पूर्व मंत्री धनखड़ ने कहा कि यहां कोई भी स्थायी नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता किसी भी जिम्मेदारी और भूमिका को निभाने के लिए हमेशा तैयार रहता है. यह परिवार आधारित पार्टी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह एक राष्ट्रीय पार्टी है जिसमें बूथ इकाई प्रभारी से राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में बदलाव एक स्वाभाविक प्रक्रिया है.